हाल ही में राजस्थान के अलवर में गौरक्षा के नाम पर उमर की बेरहमी के साथ हत्या कर दी गई थी।
उमर हम कई लोगों के जैसे ही एक गरीब परिवार से था। उसके सर 8 बच्चों की ज़िम्मेदारी थी। हम सब अपने परिवार के लिए महेनत कर कमाते है ताकि उन्हे अच्छी जिंदगी दे सके। उनका अच्छे से पालन पोषण कर सके। उसी तरह उमर अपने बच्चों की जरूरत पूरी करना चाहता था। सर्दियों में उसके बच्चे गाय का दूध पी सके इसलिए उसने 15 हजार का कर्जा कर एक गाय खरीदी थी। जिसकी मदद से वे अपने 8 बच्चों की सर्दियों के मौसम में दूध की जरूरत को पूरी कर सके।
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खबरों के मुताबिक, उमर के पिता (सहाबुद्दीन मोहम्म्द) ने बताया कि उमर के घर में कभी गाय नहीं थीं, लेकिन सर्दियों में बच्चों को दूध की जरूरत होती है इसलिए उसने गाय खरीदने का मन बनाया था। गाँव के लोगों से उसने 15 हजार रूपए उधार लेकर उन्हीं रुपयों से उमर गाय खरीदने गया था।
उमर के पिता ने आगे कहा कि हम कभी भी गाय का मांस नहीं खाते हैं क्योंकि गाय ही एक मात्र पशु है जिसके दूध से हमारे बच्चों को वो पोषण मिलता है जिसकी उन्हें जरूरत होती है। उमर के साथ हुए हादसे के बाद परिवार में 8 बच्चों और विधवा पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। 80 वर्षीय उमर के पिता 3 रातों से सो नहीं पाये हैं। उनका एक लौता बेटा अब इस दुनिया में नहीं है। उनके मन में अब बस यही सवाल है कि वे अब बच्चों का पोषण कैसे करेंगे।
